स्मॉग से बचने के लिए खुद रहें जागरूक, वर्ना लगाने पड़ सकते हैं डॉक्टरों के चक्कर

 


स्मॉग से बचने के लिए खुद रहें जागरूक, वर्ना लगाने पड़ सकते हैं डॉक्टरों के चक्कर



नई दिल्ली [अरविंद द्विवेदी]। एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में स्मॉग छाया हुआ है। कहीं कम तो कहीं ज्यादा, लेकिन आने वाले कुछ दिनों के दौरान इस मौसमी विकृति की मौजूदगी बरकरार रहने वाली है। पंजाब हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खेतों में पराली जलाने की घटनाएं और दीपावली के प्रदूषण ने इसे गहरा कर दिया है। रही सही कसर एनसीआर में निर्माण और औद्योगिक गतिविधियों ने पूरा कर दिया है। स्मॉग के कारण आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत, अस्थमा, एलर्जी के लक्षण पैदा हो रहे हैं।


विशेषज्ञों के अनुसार स्मॉग की वजह से दर्जनों बीमारियां हो सकती हैं, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी उन्हें हो रही है जिन्हें पहले से ही सांस या हृदय संबंधी बीमारी है। ये तो तात्कालिक दुष्प्रभाव हैं, इसके दीर्घाकालीन परिणामों का भगवान ही मालिक। ऐसे में जरा सी सतर्कता से हम सभी स्मॉग के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर को कम कर सकते हैं।









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Publish Date:Thu, 31 Oct 2019 03:59 PM (IST)


स्मॉग से बचने के लिए खुद रहें जागरूक, वर्ना लगाने पड़ सकते हैं डॉक्टरों के चक्कर
पंजाब और हरियाणा खेतों में पराली जलाने की घटनाएं और दीपावली के प्रदूषण ने इसे गहरा कर दिया है। रही सही कसर एनसीआर में निर्माण और औद्योगिक गतिविधियों ने पूरा कर दिया है।



 


नई दिल्ली [अरविंद द्विवेदी]। एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में स्मॉग छाया हुआ है। कहीं कम तो कहीं ज्यादा, लेकिन आने वाले कुछ दिनों के दौरान इस मौसमी विकृति की मौजूदगी बरकरार रहने वाली है। पंजाब हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खेतों में पराली जलाने की घटनाएं और दीपावली के प्रदूषण ने इसे गहरा कर दिया है। रही सही कसर एनसीआर में निर्माण और औद्योगिक गतिविधियों ने पूरा कर दिया है। स्मॉग के कारण आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत, अस्थमा, एलर्जी के लक्षण पैदा हो रहे हैं।



विशेषज्ञों के अनुसार स्मॉग की वजह से दर्जनों बीमारियां हो सकती हैं, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी उन्हें हो रही है जिन्हें पहले से ही सांस या हृदय संबंधी बीमारी है। ये तो तात्कालिक दुष्प्रभाव हैं, इसके दीर्घाकालीन परिणामों का भगवान ही मालिक। ऐसे में जरा सी सतर्कता से हम सभी स्मॉग के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर को कम कर सकते हैं। पेश हैं विशेषज्ञ डॉक्टरों के सुझाव व टिप्स:


 

डॉ. ने दिया ये सुझाव



  • खुले में निकलने से बचें।

  • स्मॉग से बचने के लिए वयस्कों को प्राणायाम करना चाहिए।

  • अपने घर के आसपास अधिक से अधिक नीम व पीपल के पौधे लगाएं।

  • भ्रामरी, भस्तिका, अनुलोम-विलोम के साथ ही अन्य ब्रीदिंग एक्सरसाइज जरूर करें।

  • स्मॉग छाया रहने की स्थिति में आजकल मॉर्निंग वॉक या इवनिंग वॉक के लिए बाहर न निकलें। घर में ही एक्सरसाइज कर लें।